पंजाब नेशनल बैंक ऋण घोटाले मामले में वांछित भगोड़े हीरा व्यापारी मेहुल चोकसी को बेल्जियम में गिरफ्तार कर लिया गया है। बेल्जियम की संघीय लोक सेवा ने सोमवार को पुष्टि करते हुए कहा कि भगोड़े भारतीय व्यवसायी मेहुल चोकसी को 12 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया था और वर्तमान में उसे हिरासत में रखा गया है। बेल्जियम का कहना है कि भारत ने उसके प्रत्यर्पण के लिए अनुरोध भी किया है।
संघीय सेवा ने गिरफ्तारी की पुष्टि की
बेल्जियम की संघीय लोक सेवा की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि संघीय लोक सेवा इस बात की पुष्टि करता है कि मेहुल चोकसी को शनिवार 12 अप्रैल 2025 को गिरफ्तार किया गया था। उन्हें हिरासत में रखा गया है। उनके कानूनी सलाहकार को उनसे मिलने की इजाजत दी गई है। उन्होंने यह भी पुष्टि की कि भारतीय अधिकारियों ने चोकसी के लिए प्रत्यर्पण अनुरोध पेश किया है। संघीय सेवा ने कहा, बेल्जियम की संघीय लोक सेवा इस बात की पुष्टि कर सकती है कि भारतीय अधिकारियों ने चोकसी के लिए प्रत्यर्पण अनुरोध पेश किया है। व्यक्तिगत कारणों से अभी कोई और विवरण जारी नहीं किया जा सकता है।
क्या हैं आरोप?
हीरा व्यापारी मेहुल चोकसी और उनके भांजे नीरव मोदी पर सरकारी बैंक पंजाब नेशनल बैंक से करीब 13,500 करोड़ रुपये के गबन का आरोप है। इन आरोपों के सामने आने के बाद दोनों देश छोड़कर भाग गए थे। इन लोगों ने पीएनबी की मुंबई के फोर्ट में स्थित ब्रेडी हाउस ब्रांच के अधिकारियों की मदद से फर्जी लेटर ऑफ अंडरटेकिंग्स के जरिए बैंक से कर्ज पर रकम विदेशों में ट्रांसफर की थी।
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बेल्जियम में जाली दस्तावेज जमा किए
रिपोर्ट्स के मुताबिक, मेहुल चोकसी ने बेल्जियम में निवास कार्ड पाने के लिए जाली दस्तावेज जमा किए। उसने यह भी छिपाया कि वह भारत और एंटीगुआ का नागरिक है। इससे पहले फरवरी में चोकसी के वकील ने मुंबई की एक अदालत को बताया था कि वह भारत नहीं लौट सकता, क्योंकि वह रक्त कैंसर के इलाज के लिए बेल्जियम में था। भगोड़े कारोबारी ने यह भी कहा था कि वह भारतीय एजेंसियों के साथ सहयोग करने और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अदालतों में पेश होने के लिए तैयार है। हालांकि, इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया गया और एजेंसियां उसके प्रत्यर्पण की दिशा में काम करती रहीं।
2021 में डोमिनिकन गणराज्य में गिरफ्तार किया गया था
इससे पहले 2021 में मेहुल चोकसी को अवैध प्रवेश के लिए डोमिनिकन गणराज्य में गिरफ्तार किया गया था। उसकी हिरासत को सुरक्षित करने के लिए सीबीआई की एक टीम कैरेबियाई देश पहुंची थी। मेहुल चोकसी के वकीलों ने डोमिनिकन कोर्ट को बताया कि उसे इलाज के लिए एंटीगुआ लौटने की जरूरत है और आश्वासन दिया कि वह बाद में मुकदमे का सामना करने के लिए वापस आएगा। 51 दिनों तक जेल में रहने के बाद चोकसी को ब्रिटिश क्वीन की प्रिवी काउंसिल से राहत मिली और प्रत्यर्पण आगे नहीं बढ़ सका। वह वापस एंटीगुआ चला गया। बाद में डोमिनिकन गणराज्य में उसके खिलाफ अवैध प्रवेश के आरोप हटा दिए गए।